Friday, June 23, 2017

मेरा विद्यालय

मेरा विद्यालय 

मेरे विद्यालय  का नाम नियु होराइज़न गुरुकुल है। मेरे विद्यालय में कक्षा १ से १० तक की पढ़ाई होती है। मुझे मेरा विद्यालय  बहुत अच्छा लगता है यह बहुत सुन्दर और बड़ा  है। मेरे विद्यालय  में बहुत सारे कमरे हैं उनमें से मुझे सबसे अच्छे योगा, संगीत और नृत्ये के कमरे लगते हैं । मेरे विद्यालय  में बहुत बड़ा पुस्तकालय है, खेल के मैदान हैं, प्रयोग करने के लिए लैब हैं, और बहुत बड़ी कैंटीन भी है।

मेरे विद्यालय की पढ़ाई अच्छी है इसलिए परीक्षाओं के परिणाम  बहुत ही अच्छे आते हैं। सभी अध्यापक और अध्यापिकाएं अपने अपने विषय में निपुड़ हैं सख्त होने के साथ साथ वे बच्चों  की ज़रूरतों को अच्छे से समझते हैं। सभी बच्चे आज्ञाकारी और शिष्ट हैं। मेरे विद्यालय  में  ईमानदारी और सच्चाई की शिक्षा को महत्त्व दिया जाता है।

मेरे विद्यालय  में तरह तरह की प्रतियोगिताएँ होती रहती हैं। सप्ताह में एक दिन बच्चों की सभा भी होती है जिसमें हाउस मास्टर और बच्चे अपने विचार वियक्त करते हैं मेरे विद्यालय  में खेलों को बहुत महत्त्व दिया जाता है। मेरे विद्यालय  में खेल के दो बड़े मैदान हैं जहाँ बच्चे बास्किट बॉल, वॉली बॉल खेलते हैं बैडमिंटन खेलने के लिए अलग से चार  बैडमिंटन कोर्ट  हैं। सभी बच्चे खेलो में बड़े उत्साह से भाग लेते हैं और प्रतियोगिताएँ जीतते हैं। साल में एक दिन स्पोर्ट्स डे मनाया जाता है जिसमें  तरह तरह के मैच और दौड़ने की प्रतियोगिता होती है। जो बच्चे जीतते हैं उन्हें मेडल दिया जाता है। मेरे विद्यालय  में साल में एक दिन एनुअल डे भी बड़े उत्साह से मनाया जाता है। 

मेरे विद्यालय  में एक बहुत ही बड़ा पुस्तकालय है जो किताबों से भरा हुआ है। बच्चे, अध्यापक और अध्यापिकाएँ वहां बैठकर किताबें पढ़ते हैं।पुसतकालय में  तरह तरह की कहानियों की किताबें भी हैं इसलिए मुझे वहां जाना बहुत अच्छा लगता है ।  मेरे विद्यालय  की कैंटीन का खाना बहुत ही  अच्छा है बहुत सारे बच्चे वहां बैठ कर खाना खाते हैं।  मैं भी कभी कभी कैंटीन में खाना खाती हूँ।मुझे विद्यालय  जाना बहुत पसंद है।  मुझे अपना विद्यालय  बहुत अच्छा लगता है।      

Wednesday, May 3, 2017

अच्छे खिलाड़ी के गुण

एक अच्छा खिलाड़ी अपने खेल के माध्यम से अपने परिवार देश का नाम गौरवान्वित करता है। और अपने लक्ष्य को प्राप्त करके ही चैन की सांस लेता है। 

अच्छा खिलाड़ी अपने खेल के प्रति दिलचस्पी, उत्सुकता और सीखने की चाह रखता है।  वह अपना खेल लगन से खेलता है। उसका अपने खेल पर नियंत्रण होता है।  और वह हारी हुई बाज़ी को भी जीतने का हौसला रखता है।

अच्छे खिलाड़ी को अपनी काबिलियत पर पूरा भरोसा होता है। वह आत्मविश्वास और सूझ - बूझ से खेलता हुआ आगे बढ़ता है। वह अपने खेल में तरह - तरह के बदलाव लाकर उसे और बेहतरीन बनाता है और किसी भी परिस्थिति में दृढ़ता से खड़ा रहता है। वह किसी भी दबाव में आकर अपनी दृष्टि हमेशा अपने लक्ष्य पर रखता है। और अपनी इस विशेषता और परिश्रम से अपनी एक नयी पहचान बनाता है।

टीमवर्क अच्छे खिलाड़ी का महान गुण होता है। वह श्रेय की चिंता किये बिना प्रेरित होता है और पूरी मेहनत करते हुए स्पेशलिस्ट बनता है।  वह हर चीज समय के अनुसार करता है। अच्छा खिलाड़ी हमेशा पौष्टिक भोजन करता है जिससे उसका स्वास्थय , शारीरिक बनावट , स्टेमिना बहुत ही अच्छा होता है। वह फ़ास्ट फ़ूड नहीं खाता है।

अच्छे खिलाड़ी में बहुत ज्यादा सहनशीलता होती है।  उसमें चोट सहने की ताकत होती है और वह हारने से नहीं घबराता है। उसके अंदर खेल के प्रति समर्पण का भाव होता है। और वह दिमागी तौर पर बहुत मजबूत होता है।अच्छा खिलाड़ी बहुत ही चुस्त होता है।  उसे अपने खेल की बारीकियाँ बहुत अच्छे से पता होती हैं और वह नयी चुनौतियों का सामना दृढ़ता से करता है।  वह निरंतर अपने खेल का अभ्यास करते हुए योग्य बनता है।

अच्छा खिलाड़ी अपने खेल और व्यक्तित्व द्वारा दुसरे खिलाड़ियों को प्रेरणा देता रहता है की अगर आपके पास प्रतिभा और कुछ करने की लालसा , हौसला और अनुशासन है तो एक एक दिन आप सफलता जरूर प्राप्त करते हैं





Monday, January 3, 2011

क्रिसमस की छुट्टियां

इस बार क्रिसमस की छुट्टियों में मैंने बहुत मज़े किए। इस बार छुट्टियों में क्रिसमस मनाने के लिए मैं अपने मम्मी-पापा और बहन के साथ मेरे दादा-दादी के घर केरल गयी थी। जब हम वहां पहुंचे तो पहले से ही क्रिसमस की तैयारी चल रही थी। मैंने और मेरी बहन ने दादी के साथ पूरे घर को बहुत सुंदर सजाया। सबसे ज्यादा समय हमें क्रिसमस की झांकी सजाने में लगा और वो सबसे ज्यादा सुंदर लग रही थी। फिर क्रिसमस वाले दिन रात में हम सब लोग चर्च गए। मेरी दादी ने बहुत सारी मिठाइयाँ बनाई थीं और बहुत ही स्वादिष्ट केक बनाया था। मैंने खूब मन भर के केक खाया। मेरे दादा दादी ने मुझे और मेरी बहन को बहुत सारे उपहार दिए। इस बार की क्रिसमस की छुट्टियां में काफी समय तक नहीं भूल पाउंगी ।

Saturday, January 1, 2011

मेरे सपनों का भारत

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा भारत है जहाँ पर हर एक मनुष्य को गर्व हो की वो भारतीय है। जहाँ गरीबी का नामो निशान भी नहीं हो, हर तरफ हरयाली और खुशियाँ हों। शुद्ध पर्यावरण और सुंदर प्रकृति हो, सभी को रोज़गार मिले, ग्रामीण छेत्रों में साफ़ पानी, बिजली, स्कूल, और अस्पताल हों। मेरे सपनों के भारत में भ्रष्टाचार, अव्यवस्था और साम्प्रदायक दंगे कभी न हों, सड़कों पर गड्ढे न हों, बढ़ती आबादी की वजह से हर जगह भीड़ न हो, लोगों को अपने सपने पूरा करने के लिए विदेश न जाना पड़े, आतंकवाद की घटनाएं न हों आदि।

मैंने सपना देखा है की भारत में हर इंसान पढ़ा लिखा हो और ये तभी संभव है जब शिक्षा का सही तरह से प्रसार होगा। गाँव के लोगों में शिक्षा के प्रति उत्साह पैदा होगा तभी देश उन्नति की ओर कदम रखेगा। यह ध्यान रखना होगा की साम्प्रदायक दंगों पर रोक लगायी जाए। हिन्दू , मुस्लिम , सिख , इसाई , मिलजुल कर रहें और सभी में भाईचारे की भावना हो। जैसे-जैसे हम प्रगति की ओर बढ़ रहे हैं प्रदूषण बढ़ता जा रहा है , सड़कों को चौड़ा करने के लिए जहाँ तहां पेड़ काटे जा रहे हैं, प्रकृति पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। गर्मी के मौसम में गर्मी बढ़ती जा रही है और ठण्ड के मौसम में ठण्ड। बढ़ती जनसँख्या को और बेरोज़गारी को ख़तम करना बहुत जरुरी है।

मैंने अपने सपनों में इतना सुंदर भारत देखा तो है लेकिन इस सपने को पूरा होने के लिए अभी बहुत समय बाकि है, बल्कि ऐसा लगता है की ये सपना पूरा होगा भी या नहीं । जो कुछ भी मैंने देखा है कहीं सपना ही बन कर न रह जाये । आज जिस ओर देखो समस्याएं ही समस्याएं हैं जिसे देखो अपने स्वार्थ के बारे में ही सोचता है । नेता देश का सुधार करने की जगह धन कमाने में लगे हुए हैं , अगर भारत के नेता इमानदारी से काम करें और भ्रष्ट नेताओं से मुक्ति पा ली जाए तो काफी मुश्किलें आसान हो जाएगीं ।

जब सभी देशवासी देश को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत करेंगें तो वोह दिन दूर नहीं जब मेरा यह सपना सच हो जाएगा। और में गर्व से कह पाऊँगी की ये है मेरे सपनों का भारत।


Key words: India of my dreams, village, education, politicians, people, problems, hope, pollution, hindu, muslim, sikh, christian, social

Friday, December 31, 2010

jeevan main khelon ka mehetva

जीवन में खेलों का महत्त्व

खेलों का हमारे जीवन में एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। खेलों में भाग लेने से हमारे शरीर पर बहुत ही उत्तम प्रभाव पड़ता है। क्रिकेट , टेनिस या कोई भी खेल खेलने से हमारा शरीर चुस्त और तंदरुस्त बनता है। आज खेल शिक्षा का एक जरूरी अंग समझा जाने लगा है, क्योंकि खेलों से मनुष्य का संपूर्ण विकास होता है। खेलों से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और हम हर कार्य सही ढंग से कर पाते हैं, व हमारे सोचने की क्षमता भी बढ़ जाती है। सभी प्रकार के कर्तब्यों का पालन हम तभी कर सकते हैं व सभी प्रकार की स्पर्धाओं को हम तभी जीत सकते हैं, अगर हमारा शरीर स्वस्थ है।

आज हर देश में खेलों को आवश्यक और महत्वपूर्ण स्थान दिया जाता है। स्कूलों में बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए अनेक प्रकार के खेलों की व्यवस्था होती है , इसलिए माता-पिता भी अपने बच्चो को उसी स्कूल में डालना चाहते हैं जहाँ खेलों को ज्यादा महत्व दिया जाता है । खेलों से मनुष्य के अन्दर सहनशीलता आती है , मनुष्य मिलनसार और उदार बनता है और जीवन में उन्नति के लिए इन गुणों का विकसित होना बहुत ज़रूरी है।

खेल मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन है। आजकल लोग कंप्यूटर या विडियो गेम को ज्यादा महत्व देने लगे हैं लेकिन उससे हमारा शारीरिक विकास नहीं हो सकता । खेल हमारें सभी तनावों को मुक्त कर देता हैं और हमें चुस्त बनाता है।

खेल कई तरह के होते हैं - क्रिकेट, हॉकी, लौंग टेनिस, फुटबौल जैसे खेलों के लिए बड़े मैदान की ज़रुरत होती है । खो-खो, कबड्डी, टेबल-टेनिस जैसे खेल छोटे मैदान में भी खेले जा सकते हैं। आज जो खिलाड़ी अच्छा खेलते हैं उन्हें समाज में खूब मान-सम्मान मिलता है और उन्हें सरकार और अन्य संस्थाओं से भी खूब प्रोत्साहन मिलता है , इस वजह से भी युवाओं में खेल के प्रति रूचि बढ़ रही है।

जीवन में खेलों का महत्त्व जान कर हर मनुष्य के लिए ज़रूरी है की वह अपनेआपको खेलों से जोड़कर अपने जीवन को सुंदर, स्वस्थ और संपूर्ण बनाये , क्यूंकि यही उसे उन्नति की तरफ ले जाएगा और उसके जीवन को आनंद से भर देगा।

Key words: Hindi Essay, Importance of sports in life, Primary school children essay, nibandh, bacchon